INFO ABOUT .AI AND ML IN HINDI AND(ENGLISH)
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI)(simple Definition in Hindi )
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आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें कंप्यूटर प्रोग्राम को इतना स्मार्ट बनाया जाता है कि वह इंसान की तरह सोच सके और काम कर सके। AI का उपयोग कई क्षेत्रों में हो रहा है, जैसे कि चैटबॉट, वॉयस असिस्टेंट, इमेज रिकग्निशन, नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग, आदि।
VEDIO OF FUTHER AI..........
मशीन लर्निंग (ML)
मशीन लर्निंग एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें कंप्यूटर प्रोग्राम को इतना स्मार्ट बनाया जाता है कि वह डेटा से सीख सके और भविष्य में उसका उपयोग कर सके। ML का उपयोग कई क्षेत्रों में हो रहा है, जैसे कि प्रेडिक्टिव मॉडलिंग, नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग, कंप्यूटर विजन, आदि।
AI और ML के अनुप्रयोग
AI और ML के कई अनुप्रयोग हैं, जैसे कि:
- हेल्थकेयर: AI और ML का उपयोग हेल्थकेयर में किया जाता है, जैसे कि डायग्नोसिस, ट्रीटमेंट, आदि।
- फाइनेंस: AI और ML का उपयोग फाइनेंस में किया जाता है, जैसे कि रिस्क मैनेजमेंट, फ्रॉड डिटेक्शन, आदि।
- एजुकेशन: AI और ML का उपयोग एजुकेशन में किया जाता है, जैसे कि पेर्सनलाइज्ड लर्निंग, इंटेलिजेंट ट्यूटरिंग, आदि।
- ट्रांसपोर्ट: AI और ML का उपयोग ट्रांसपोर्ट में किया जाता है, जैसे कि सेल्फ-ड्राइविंग कार, ट्रैफिक मैनेजमेंट, आदि।
AI और ML का भविष्य
AI और ML का भविष्य बहुत खुशकीसे दिखता है। भविष्य में AI और ML का उपयोग कई क्षेत्रों में किया जाएगा,जैसे कि स्मार्ट सिटीज, स्वचालित गाड़ियाँ, रोबोटिक्स, आदि।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें कंप्यूटर प्रोग्राम को इतना स्मार्ट बनाया जाता है कि वह इंसान की तरह सोच सके और काम कर सके। AI का उपयोग कई क्षेत्रों में हो रहा है, जैसे कि चैटबॉट, वॉयस असिस्टेंट, इमेज रिकग्निशन, नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग, आदि।
मशीन लर्निंग (ML)
मशीन लर्निंग एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें कंप्यूटर प्रोग्राम को इतना स्मार्ट बनाया जाता है कि वह डेटा से सीख सके और भविष्य में उसका उपयोग कर सके। ML का उपयोग कई क्षेत्रों में हो रहा है, जैसे कि प्रेडिक्टिव मॉडलिंग, नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग, कंप्यूटर विजन, आदि।
ऐसे हुई थी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की शुरुआत
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का आरंभ 1950 के दशक में ही हो गया था, लेकिन इसकी महत्ता को 1970 के दशक में पहचान मिली।
- जापान ने सबसे पहले इस ओर पहल की और 1981 में फिफ्थ जनरेशन नामक योजना की शुरुआत की थी।
- इसमें सुपर-कंप्यूटर के विकास के लिये 10-वर्षीय कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की गई थी।
- इसके बाद अन्य देशों ने भी इस ओर ध्यान दिया। ब्रिटेन ने इसके लिये 'एल्वी' नाम का एक प्रोजेक्ट बनाया।
- यूरोपीय संघ के देशों ने भी 'एस्प्रिट' नाम से एक कार्यक्रम की शुरुआत की थी।
AI और ML के कई प्रकार हैं, जैसे कि:
- नैरो या वीक AI: यह एक ऐसा AI है जिसका उपयोग केवल एक विशेष कार्य के लिए किया जाता है।
- जनरल या स्ट्रांग AI: यह एक ऐसा AI है जिसका उपयोग कई कार्यों के लिए किया जाता है।
- सुपरइंटेलिजेंस: यह एक ऐसा AI है जिसका उपयोग भविष्य में किया जाएगा।
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